2023 के जे सी बी प्राइज़ फॉर लिटरेचर की लॉन्ग लिस्ट हुई जारी

अंग्रेजी में प्रकाशित साहित्य के लिए दिए जाने वाले पुरस्कार जे सी बी प्राइज़ फॉर लिट्रेचर के लिए वर्ष 2023 की लॉन्गलिस्ट जारी कर दी गयी है। जेसीबी प्राइज़ फॉर लिटेरेचर (JCB Prize for Literature) की यह लॉन्ग लिस्ट 2  सितंबर 2023 को जारी की गयी। 

इस वर्ष 24 शहरों के लेखकों की रचनाओं को निर्णायक समिति ने पढ़ा। इन रचनाओं में अंग्रेजी और अन्य सात भारतीय भाषाओं से अंग्रेजी में अनूदित रचनाएँ शामिल थीं। 

इन पुस्तकों में से लॉन्ग लिस्ट के लिए दस पुस्तकों का चुनाव एक पाँच सदस्यीय समिति द्वारा किया गया। समिति की अध्यक्षता लेखक और अनुवादक श्रीनाथ पेरुर (Srinath Perur) द्वारा की गयी है। समिति में नाटककार और नाट्य निर्देशक महेश दत्तानी (Mahesh Dattani), आलोचक और प्रकाशक सोमक घोषाल ( Somak Ghoshal), लेखल और सर्जन कावेरी नंबीसन (Kaveri Nambison) और पत्रकार और डाक्यूमेंट्री फिल्ममेकर स्वाति थियागराजन (Swati Thiyagarajan) शामिल हैं।

लॉन्ग लिस्ट में शामिल 10 पुस्तकों में से चार पुस्तकें ऐसी हैं जो कि अन्य भारतीय भाषाओं (बांग्ला, हिंदी, तमिल) से अंग्रेजी में अनूदित की गयी हैं। हिंदी से अंग्रेजी में अनूदित दो पुस्तकों ने वर्ष 2023 की लॉन्ग लिस्ट में जगह बनायी है। 

वर्ष 2023 के जे सी बी प्राइज़ फॉर लिट्रेचर की लॉन्ग लिस्ट में शामिल पुस्तकें निम्न हैं:


जे सी बी प्राइज़ फॉर लिट्रेचर 2023 की शॉर्ट लिस्ट की घोषणा अक्टूबर 20 2023 को की जाएगी। 

जे सी बी पुरस्कार

 वर्ष 2018 से शुरू हुआ जे सी बी प्राइज़ फॉर लिटरेचर हर वर्ष भारतीय लेखक द्वारा लिखी गयी एक उत्कृष्ट रचना को दिया जाता है। इस पुरस्कार के लिये अंग्रेजी में लिखी गयी या अंग्रेजी में अनूदित रचनाएँ ही मान्य होती हैं।

जे सी बी पुरस्कार के विजेता को 25 लाख रुपये की सम्मान राशि दी जाती है। वहीं अगर पुरस्कार जीतने वाली पुस्तक एक अनुवाद है तो अनुवादक को अलग से 10 लाख रुपये की इनाम राशि दी जाती है। शॉर्ट लिस्ट में शामिल अन्य पुस्तकों को एक एक लाख रुपये की सम्मान राशि दी जायेगी और अगर शॉर्ट लिस्ट में अनुवाद शमिल है तो अनुवादक को पचास हजार रुपये की सम्मान राशि से सम्मानित किया जाता है।

This post is a part of Blogchatter Half Marathon 2023


FTC Disclosure: इस पोस्ट में एफिलिएट लिंक्स मौजूद हैं। अगर आप इन लिंक्स के माध्यम से खरीददारी करते हैं तो एक बुक जर्नल को उसके एवज में छोटा सा कमीशन मिलता है। आपको इसके लिए कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं देना पड़ेगा। ये पैसा साइट के रखरखाव में काम आता है। This post may contain affiliate links. If you buy from these links Ek Book Journal receives a small percentage of your purchase as a commission. You are not charged extra for your purchase. This money is used in maintainence of the website.

About विकास नैनवाल 'अंजान'

विकास नैनवाल को अलग अलग तरह के विषयों पर लिखना पसंद है। साहित्य में गहरी रूचि है। एक बुक जर्नल नाम से एक वेब पत्रिका और दुईबात नाम से वह अपनी व्यक्तिगत वेबसाईट का संचालन भी करते हैं।

View all posts by विकास नैनवाल 'अंजान' →

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *