दीपा अनाप्पारा को उनके उपन्यास जिन पैट्रॉल ऑन द पर्पल लाइन के लिए सर्वश्रेष्ठ उपन्यास(बेस्ट नावेल) श्रेणी का एडगर पुरस्कार दिये जाने की घोषणा की गयी है। हर साल एडगर पुरस्कार मिस्ट्री राइटर्स ऑफ़ अमेरिका द्वारा एक वर्ष पूर्व प्रकाशित कृतियों को अलग अलग श्रेणी में दिया जाता है। यह रहस्यकथाओं दिए जाने वाले सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कारों में से एक है। इस वर्ष कोरोना के चलते अप्रैल 29 2021 को एक ऑनलाइन समारोह में इन पुरस्कारों की घोषणा की गयी।
‘जिन पैट्रॉल ऑन द पर्पल लाइन’ दीपा अनाप्पारा का प्रथम उपन्यास है। यह एक नौ साल की बच्चे जय की कहानी है जो कि अपने दोस्तों परी और फैयाज के साथ मिलकर अपने पड़ोस के बच्चों के लगातार गायब होने के कारण का पता लगाने का निश्चय करता है। अफवाह है कि बच्चों को जिन्न गायब कर रहे हैं लेकिन क्या असल में ऐसा है?
केरल में जन्मी दीपा अनाप्पारा ने ग्यारह साल तक भारत में पत्रकारिता की है। उनके द्वारा लिखी गयी गरीबी और साम्प्रादायिक हिंसा का बच्चों की शिक्षा पर असर को दर्शाती रिपोर्टों के लिए उन्हें डेवलपिंग एशिया जर्नलिस्म पुरस्कार, द एव्री ह्यूमन हैस राइट्स मीडिया पुरस्कार और संस्कृति प्रभा दत्त फेलोशिप से सम्मानित किया गया है।
आपको बताते चलें कि दीपा अनाप्पारा के उपन्यास जिन पैट्रॉल ऑन द पर्पल लाइन को इससे पहले न्यू यॉर्क टाइमस, द वाशिंगटन पोस्ट और एन पी आर द्वारा साल की सर्वश्रेष्ठ पुस्तकों की सूची में रखा गया है। वहीं इस उपन्यास ने वीमेनस प्राइज फॉर फिक्शन 2020 की लॉन्ग लिस्ट और जे सी बी प्राइज फॉर इंडियन लिटरेचर 2020 की शोर्ट लिस्ट में भी अपनी जगह बनाई थी।
© विकास नैनवाल ‘अंजान’