इब्ने सफ़ी |
अली इमरान एक तेज तरार नौजवान है जो कि लंदन से तालीम लेकर आया है। वो आला दिमाग का मालिक है लेकिन खुद को बेवकूफ दर्शाने की कोशिश करता है जिससे उपन्यास में कई मजाकिया प्रसंग उत्पन्न होते हैं। उसका फलसफा है:
…लेकिन मेरी यह बात हमेशा याद रखना कि दूसरों को उल्लू बनाने का साइंटिफिक तरीका यह है कि ख़ुद उल्लू बन जाओ समझे!
-बहुरूपिया नवाब से
-बहुरूपिया नवाब से
इमरान के पिता रहमान साहब डायरेक्टर जनरल ऑफ़ इंटेलिजेंस ब्योरो हैं और वह भी इमरान को बेवकूफ ही समझते हैं। उनके और इमरान के बीच अक्सर नोक झोंक होती रहती है।
वहीं ख़ुफ़िया विभाग में मौजूद कैप्टेन फ़ैयाज़ इमरान का ख़ास दोस्त है जो कि उसे अक्सर मामले लाकर देता रहता है। और अक्सर इन मामलों को सुलझाता है।
इमरान की एक और खासियत यह है कि वह मामलों को सुलझाता तो जरूर है लेकिन उनका श्रेय खुद नहीं लेता है।
इमरान श्रृंखला के उपन्यासों की यह खासियत होती है कि इसमें ह्यूमर अधिक होता है। श्रृंखला का पहला उपन्यास खौफनाक इमारत वर्ष 1955 में प्रकाशित हुआ था और आखिरी उपन्यास बेबाकों की तलाश, जो कि इस श्रृंखला का 120 वाँ उपन्यास था, 1965 में प्रकाशित हुआ था।
- खौफनाक इमारत (Khaufnak Imarat), प्रकाशन वर्ष: 1955
- चट्टानों में फायर (Chatanon Maen Fa’ir), प्रकाशन वर्ष: 1955
- पुर-असरार चीखें (Pur-Asrar Cheekhain), प्रकाशन वर्ष:1955
- भयानक आदमी (Bhayanak Aadmi), प्रकाशन वर्ष: 1956
- जहन्नम की रक्कासा (Jahanam Ki Raqasa), प्रकाशन वर्ष: 1956
- नीले परिंदे (Neelay Parinday), प्रकाशन वर्ष:1956
- साँपों के शिकारी (Saanpoan Ke Shikari), प्रकाशन वर्ष:1956
- रात का शहजादा (Raat Ka Shehzada), प्रकाशन वर्ष: 1956
- धुएं की तहरीर (Dhuain Ki Tehreer), प्रकाशन वर्ष: 1956
- लड़कियों का जज़ीरा (Larkiyoan Ka Jazeerah), प्रकाशन वर्ष:1956
- पत्थर का खून (Patthar Ka Khoon), प्रकाशन वर्ष: 1956
- लाशों का बाज़ार (Lashoan Ka Bazaar), प्रकाशन वर्ष: 1956
- कब्र और खंजर (Qabr Aur Khanjar), प्रकाशन वर्ष: 1956
- अहानी दरवाजा (Ahani Darwaza), प्रकाशन वर्ष: 1956
- काले चराग (Kaalay Charaagh), प्रकाशन वर्ष: 1956
- खून के प्यासे (Khoon Ke Piyasay), प्रकाशन वर्ष: 1957
- अल्फानसे (Alphansay), प्रकाशन वर्ष: 1957
- दरिंदों की बस्ती (Darindoan Ki Basti), प्रकाशन वर्ष: 1957
- गुमशुदा शहजादी (Gum-shuda Shahzadi), प्रकाशन वर्ष: 1957
- हमाकत का जाल (Hamaqat Ka Jaal), प्रकाशन वर्ष: 1957
- शफाक के पुजारी (Shafaq Ke Pujari), प्रकाशन वर्ष: 1957
- कासिद की तलाश (Qasid Ki Talaash), प्रकाशन वर्ष: 1957
- राई का परबत (Ra’i Ka Parbut), प्रकाशन वर्ष: 1957
- पागल कुत्ते (Pagal Kuttay), प्रकाशन वर्ष:1957
- पियासा समन्दर (Piyasa Samandar), प्रकाशन वर्ष: 1957
- काली तस्वीर (Kali Tasweer), प्रकाशन वर्ष: 1957
- सवालिया निशान (Sawaliya Nishan), प्रकाशन वर्ष: 1958
- खतरनाक लाशें (Khatarnak Lashaen), प्रकाशन वर्ष: 1958
- गेंद की तबाहकरी (Gaind Ki Tabahkari), प्रकाशन वर्ष: 1958
- चार लकीरें (Char Lakeerain), प्रकाशन वर्ष: 1958
- चालीस एक बावन (Challees-Aik-Bavan), प्रकाशन वर्ष: 1958
- आतिशदान का बुत (Atishdan Ka Buut), प्रकाशन वर्ष: 1958
- जड़ों की तलाश (Jaroan Ki Talash), प्रकाशन वर्ष: 1958
- इमरान का अगवा (Imran Ka Aghwa), प्रकाशन वर्ष: 1958
- जज़ीरों की रूह (Jazeroan Ki Rooh), प्रकाशन वर्ष: 1959
- चीखती रूहें (Cheekhti Roohain), प्रकाशन वर्ष: 1959
- खतरनाक जुआरी (Khatarnak Juwari) , प्रकाशन वर्ष: 1959
- जुल्मात का देवता (Zulmaat Ka Devta) , प्रकाशन वर्ष: 1959
- हीरों का फरेब (Heeroan Ka Faraeb), प्रकाशन वर्ष: 1959
- दिलचस्प हादसा (Dilchasp Hadisa) , प्रकाशन वर्ष: 1960
- बे आवाज़ सय्याराह (Bay-Aawaz Sayyarah) , प्रकाशन वर्ष: 1960
- डेढ़ मतवाले (Daerh Matwalay) , प्रकाशन वर्ष: 1963[4]
- बिल्ली चीखती है (Billi Cheekhti Hai) , प्रकाशन वर्ष: 1964
- लो-बो ली-ला (Lo-Bo Li-La) , प्रकाशन वर्ष: 1965
- सेह रंगा शोला (Seh Ranga Shola) , प्रकाशन वर्ष: 1966
- आतिशी बादल (Aatishi Badal ) , प्रकाशन वर्ष: 1966
- गीत और खून (Geet Aur Khoon) , प्रकाशन वर्ष: 1966
- दूसरी आँख (Doosri Aankh) , प्रकाशन वर्ष: 1966
- आँख शोला बनी (Aankh Shoala Bani) , प्रकाशन वर्ष: 1967
- शुगर बैंक (Shugar Baenk) , प्रकाशन वर्ष: 1967
- ताबूत में चीख (Taboot Main Cheekh) , प्रकाशन वर्ष: 1968
इमरान श्रृंखला के निम्न उपन्यास हिन्दी में फिलहाल उपलब्ध हैं:
- खौफनाक इमारत (अमेज़न)
- चट्टानों में आग (अमेज़न)
- बहुरूपिया नवाब (अमेज़न)
- खौफ का सौदागर (अमेज़न)
- जहन्नुम की अप्सरा (अमेज़न)
- नीले परिन्दे (अमेज़न)
- साँपों के शिकारी (अमेज़न)
यह सातों उपन्यास हाल ही में हार्पर हिंदी ने दो वॉल्यूम में एक साथ प्रकाशित किये हैं।
इमरान सीरीज भाग 1 (अमेज़न)
इमरान सीरीज वॉल्यूम 2 (अमेज़न)