आशीष कुमार गौतम दिल्ली के एक राष्ट्रीय अखबार खबरदार का चीफ रिपोर्टर है। अपने पेशे के चलते वह कई बार ऐसे अपराधिक मामलो से उलझ जाता है जो कि उपन्यास का कथानक बनते हैं। वह एक दिलफेंक शख्सियत का मालिक है जो अपने इस चारित्रिक गुण के कारण कई बार कॉमेडी भी करता प्रतीत होता है।
आशीष अक्सर अपने मामलों को सुलझाने के लिए अपनी दोस्त और होटल मून लाइट की मालकिन अंजली नारंग की मदद लेता है। अंजली के होटल का सिक्यूरिटी इंचार्ज दीपक, जो कि पहले एक प्राइवेट डिटेक्टिव हुआ करता था, भी अक्सर उसके लिए तहकीकात करता है।
आशीष के उपन्यासों में पुलिस इंस्पेक्टर सुधीर राय, जो कि ऐसे दस्ते का इंचार्ज है जो कि कत्ल के मामले देखती है, का भी अहम किरदार रहता है। अक्सर जिन मामलों में आशीष उलझता है उनकी तहकीकात सुधीर करता है और इस कारण उनके बीच नोक झोंक का सिलसिला बना रहता है।