अनिल मोहन |
आधुनिक हिंदी अपराध साहित्य में लेखक अनिल मोहन अपना एक अलग स्थान रखते हैं। अनिल मोहन का पूरा नाम अनिल भारद्वाज है। उन्होंने शुरुआत में भूत लेखक के रूप में कई उपन्यास विभिन्न प्रकाशनों और विभिन्न नामों से लिखे। 13 साल तक यह सिलसिला चला जिसके बाद उनका पहला उपन्यास अपने नाम से प्रकाशित हुआ।
अपने लेखकीय जीवन में उन्होंने कई उपन्यास लिखे हैं। उनके किरदार देवराज चौहान और मोना चौधरी विशेष रूप से पाठकों के बीच काफी प्रसिद्ध हुए।
उपन्यास श्रृंखलाएँ
- देवराज चौहान
- मोना चौधरी
- अर्जुन भारद्वाज
- आर डी एक्स
- जुगल किशोर
एकल उपन्यास
- वो कौन थी
- जुर्म का जहाज
- खून का रिश्ता
- सीक्रेट एजेंट
- किम्बो
- आतंक के साये (अमेज़न)