संस्करण विवरण
फॉर्मैट: ई-बुक | पृष्ठ संख्या: 42 | प्रकाशक: सृष्टि प्रकाशन
पुस्तक लिंक: अमेज़न
कहानी
एरिका गोआ में एक बेकरी कैफे चलाती थी। उसके ऊपर अपने माँ बाप की जिम्मेदारी थी जिसे वो पूरी जिम्मेदारी से निभा रही थी। लेकिन हमेशा से ऐसा नहीं था।
कभी उसका एक भाई हुआ करता था जो विशाल के बदौलत अब इस दुनिया में नहीं था।
विशाल वो पुलिसवाला था जिसने उसके बड़े भाई सेवियो का बेदर्दी से इन्काउंटर कर दिया था और यही कारण था कि एरिका विशाल को बर्बाद करना चाहती थी।
और अब एरिका को वो मौका मिल गया था। विशाल उनके शहर में लौट आया था और एरिका के प्रेमी पीटर,जो कि स्थानीय माफिया का हिटमैन था, के पास ऐसा प्लान था जो कि विशाल को बर्बाद कर देगा।
आखिर ये योजना क्या थी?
क्या एरिका को अपना बदला मिल पाया?
मेरे विचार
कहा जाता है दुनिया में केवल छः या सात ही कहानियाँ हैं और बाकी सब कहानियाँ इनका ही मिला जुला रूप है। ऐसे में एक पाठक के तौर पर मुझे अक्सर किसी ऐसी कहानी की तलाश नहीं होती है जो कि एकदम अलग हटकर हो। जब मैं किसी रचना को पढ़ता हूं तो मेरी उससे उम्मीद रहती है कि वह मेरा मनोरंजन करे। अगर उस जैसी कहानी मैने पहले कई बार पढ़ी भी हैं तो भी अगर कहानी कहने के तरीके में दम है और कहानी में लेखक ने चीजें छोड़ी नहीं हैं यानी प्लॉटहोल न्यूनतम हैं तो मेरे लिए वह कहानी सफल होती है। ऐसे में जब हिटमैंस गर्लफ्रेंड मैने पढ़ी तो उससे भी मेरी कुछ ऐसी ही उम्मीद थी।
‘हिटमैंस गर्लफ्रेंड’ कामिनी कुसुम द्वारा लिखी उपन्यासिका है। यह एक इरोटिक थ्रिलर है जो कि सृष्टि प्रकाशन द्वारा प्रकाशित की गई है।
इसका कथा सार जब मैंने अमेज़न में पढ़ा तो पढ़कर लग ही गया था कि इसकी कहानी क्या होगी लेकिन मैं पढ़कर ये ही देखना चाहता था कि लेखिका ने इस प्लॉट को जो कि इतने बार कहा गया है कैसे लिखा है। एक उम्मीद थी कि कहानी में इराटिका के साथ रोमांच भी होगा लेकिन ये उम्मीद इतनी पूरी नहीं हुई।
कहानी का प्लॉट रोचक है। एक युवती जिसने अपने भाई को खोया है, उसका प्रेमी जो कि अपराधी है और एक पुलिस वाला जिसने उस लड़की के भाई को मारा है। इसके साथ ही लड़की के पास आया है बदला लेने एक मौका। इतना सब अगर आपको पता चलता है तो कहानी का अंदाजा आपको लग ही जाता है। अब ये लेखक के ऊपर है इसे वो कैसे रचेगा कि पाठक उसको पढ़कर हैरान हुए बिना न रह सके। आप चाहते हैं कि जब प्लॉट लाइन ऐसी हो जो कि इतनी बार लिखी गई है तो आपको कुछ अप्रत्याशित (unpredictable) मिले पर ऐसा होता नहीं है।
कहानी में मौजूद सभी सभी ट्विस्ट का आपको पहले ही पता चल जाता है कहानी आपको हैरान नहीं कर पाती है। साथ ही साथ एरिका का किरदार भी कुछ जगहों पर कान का कच्चा ही साबित होता है। उसके अंदर की जद्दोजहद दर्शाने में तो लेखिका कामयाब हुई हैं लेकिन इसके बाद एक मुख्य बिंदु पर वह जिस तरह से कान की कच्ची साबित होती है वह थोड़ा सा प्लॉट को कमजोर कर देता है। यहाँ इतना ही कहूँगा कि अगर मुझे लगता है किसी ने मेरे किसी करीबी का कत्ल किया है तो मैं इतनी आसानी से उसकी बात पर विश्वास नहीं करूँगा जितना कि इधर होता है।अ गर इधर लेखिका विश्वास करने का थोड़ा और पुख्ता कारण देती तो बेहतर होता। वैसे ये एक बिंदु है जिस पर वो तगड़ा ट्विस्ट भी दे सकती थीं लेकिन वो उसे हाथ से जाने देती हैं। इसके अतिरिक्त कहानी के तीन मुख्य किरदारों (एरिका, पीटर और विशाल) के बीच के द्वंद को और जटिल बनाया जा सकता था और कहानी के अंत भी थोड़ा रोमांचक बनाया जा सकता था। इससे भी कहानी अभी जैसी है उससे तो बेहतर हो ही जाती।
कहानी में लोकल माफिया लीडर का नाम वुल्फ़ है। वुल्फ़ का खाली नाम ही कहानी में आता है। थोड़ा उसके गैंग को दर्शाया जाता तो बेहतर होता। थोड़ा रोमांच के तत्व इस कोण से जोड़े जा सकते थे। वैसे अभी कहानी जैसे अंत होती हैं वहाँ पर लेखिका ने अगले भाग की गुंजाइश छोड़ी है जिसमें वुल्फ़ आ सकता है तो अगर ऐसा होता है तो मैं वो जरूर पढ़ना चाहूँगा।
कहानी जैसा कि इरोटिक थ्रिलर है तो इसमें थ्रिल तो उतना नहीं है लेकिन कामोत्तेजक दृश्य काफी हैं। उनका विवरण भी काफी तफसील से किया है। मुझे व्यक्तिगत तौर पर लगता है इधर विवरण कम हो सकता था। अगर विवरण की जगह बस इशारा भर होता तो भी काम चल जाता। इसके बजाय अगर रोमांच के तत्व पर अधिक काम होता तो कहानी बेहतर हो सकती थी।
अभी उसकी कमी के चलते ये एक औसत से कमजोर कहानी बनकर रह जाती है। अगर कामोत्तेजक दृश्य पढ़ने में आपकी रुचि है तो आप इसे पढ़ सकते हैं लेकिन अगर रोमांच आपकी वरीयता है तो शायद यह आपकी क्षुधा को शांत न कर पाए।
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आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल गुरुवार (27-04-2023) को "सारे जग को रौशनी, देता है आदित्य" (चर्चा अंक 4659) पर भी होगी।
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चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट अक्सर नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।
जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।
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डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
चर्चाअंक में मेरी पोस्ट को स्थान देने हेतु हार्दिक आभार।
हिटमैंस गर्लफ्रेंड – कामिनी कुसुम की कहानी की बहुत सुंदर निष्पक्ष समीक्षा ।
जी आभार मैम…