18 अगस्त 2025, लखनऊ: ब्रिटिश साम्राज्य को सीधी चुनौती देने वाली काकोरी ट्रेन डकैती की शौर्यपूर्ण घटना और उसके बाद के घटनाक्रम पर आधारित पुस्तक राज वर्मा की पुस्तक ‘स्वतंत्रता का काकोरी अध्याय’ का लोकार्पण कल रोहित रेजीडेंसी, गोमती नगर के सामुदायिक केंद्र में हुआ। यह कार्यक्रम ‘लोक संस्कृति शोध संस्थान’ के तत्त्वावधान में हुआ।
प्रख्यात अवधी विद्वान, ‘अवध ज्योति’ के सम्पादक राम बहादुर मिसिर, सोशल एक्टिविस्ट और रंगकर्मी दीपक कबीर, लोक संस्कृति शोध संस्थान के अध्यक्ष और दूरदर्शन उद्घोषक जीतेश श्रीवास्तव, लेखक/पत्रकार उत्तम सिंह, लेखक, उद्यमी और समाजसेवी डॉ. स्मिता मिश्रा एवं संस्थान की संरक्षक श्रीमती सरिता अग्रवाल ने पुस्तक का विमोचन किया।

सभी ने अपने उद्बोधन में पुस्तक की विषय वस्तु के बारे में बताते हुए इस बात पर बल दिया कि सभी को, विशेष रूप से युवा और किशोर वर्ग को, इस शौर्यपूर्ण घटना के बारे में जानना ही चाहिए। सरल भाषा और प्रामाणिक तथ्यों पर आधारित यह किताब इसमें सहायक है।
दीपक कबीर ने काकोरी एक्शन के पूर्व की स्थितियों पर प्रकाश डालते हुए बिस्मिल और अशफ़ाक की दोस्ती और क्रांतिकारी गतिविधियों की चर्चा की।
इस अवसर पर संस्थान की मासिक श्रंखला ‘लोक चौपाल’ भी आयोजित हुई जो स्वतन्त्रता दिवस व जन्माष्टमी पर आधारित थी. ‘संगीत भवन’ के बच्चों ने नृत्य-गीत से समां बाँध दिया।

बतातें चलें राज वर्मा रिटायर्ड बैंकर हैं। साहित्य से उन्हें विशेष अनुराग है और सोशल मीडिया और अपने ब्लॉग राज की बातकही के माध्यम से वह विभिन्न साहित्यिक रचनाओं पर टिप्पणी करते रहते हैं और अपने संस्मरण, लघु-कथाएँ इत्यादि भी साझा करते रहते हैं। उनकी यह नवीन पुस्तक स्वतंत्रता का काकोरी अध्याय ‘जनवीणा प्रकाशन’ से प्रकाशित है। शीघ्र ही यह ‘जनचेतना, निरालानगर’ पर उपलब्ध होगी व डाक द्वारा भी ली जा सकती है।