परिचय
अमित खान |
अमित खान का जन्म गाजियाबाद जनपद के पुखलुआ कस्बे में हुआ। उनके द्वारा लिखी गयी पहली कहानी मात्र 12 वर्ष की आयु में ही प्रकाशित हो गयी थी। उनका पहला उपन्यास 15 वर्ष की आयु में प्रकाशित हो गया था। इसके बाद उन्होंने निरंतर लेखन किया है।
अपने लेखकीय जीवन के शुरुआती दौर में उन्होंने उस वक्त के चलन के अनुसार काफी भूत लेखन भी किया है।
उनके अब तक 100 से अधिक उपन्यास प्रकाशित हो चुके हैं। उन्होंने डायमंड कॉमिक्स के लिए भी बड़ी संख्या में कॉमिक बुक लिखे हैं जो कि हिन्दी, अंग्रेजी और बांग्ला भाषा में प्रकाशित हुए थे। उन्होंने विजय हमीद श्रृंखला के बाल उपन्यास भी लिखे हैं।
कमाण्डर करण सक्सेना अमित खान का सबसे प्रसिद्ध पात्र है जिसे लेकर उन्होंने अब तक 58 उपन्यास लिखे हैं।
आजकल अमित खान मुंबई में रह रहे हैं। वह मुंबई फिल्म इंडस्ट्री में काफी सक्रिय हैं और फिल्म और धारावाहिकों के लिए पटकथा लेखन करते हैं।
उन्हें विश्व हिन्दी अकादमी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से भी अलंकृत किया जा चुका है।
उन्होंने बुक कैफ़े पब्लिकेशन के नाम से प्रकाशन संस्थान की स्थापना की है जिसके माध्यम से उनके उपन्यास लगातार प्रकाशित होते आ रहे हैं।
सम्पर्क:
ईमेल: foramitkhan@gmail.com
सोशल मीडिया: फेसबुक | ट्विटर | इन्सटाग्राम | यूट्यूब
कृतियाँ:
हिन्दी उपन्यास
उपन्यास श्रृंखला:
- चकमे पर चकमा (अमेज़न)
- बिच्छू का खेल (अमजेन )
- बॉस (अमेज़न)
- फँस जाओ मेरे लिए (पेपरबैक)
- तुम मरोगी मेरे हाथों (पेपरबैक)
- गरम छुरी (अमेज़न)
- नाईट क्लब (पेपरबैक | किंडल)
- मैडम नताशा का प्रेमी (पेपरबैक | किंडल)
- पुरानी बीवी, नया प्यार
- साथ जियेंगे, साथ मरेंगे
- करिश्मा हाथों का
- हादसे की रात (पेपरबैक | किंडल)
- औरत मेरी दुश्मन
- भगवान पर मुकद्दमा
- लौट आई छाया (पेपरबैक)
- An Eternal Love Story(Paperback)
- Night Club
- Disaster At Doorstep
- Objection My Lord