संतोष पाठक |
विशाल सक्सेना अपने जानने वालों में पनौती के नाम से प्रसिद्ध है।
वह जिस चीज में हाथ डालता है उसमें गड़बड़ होनी ही होती है।
वह एक तेज दिमाग का व्यक्ति जरूर है लेकिन कई बार वह अपने अक्खड़पन से अहमक भी नजर आता है। उसके कुछ नैतिक मूल्य है जिनके खातिर वह किसी से भी लड़ने भिड़ने को भी तैयार रहता है। उसकी यही चारित्रिक विशेषताएं अक्सर उसकी जान खतरे में डाल देती हैं।
इस श्रृंखला के तहत संतोष पाठक ने निम्न उपन्यास लिखे हैं:
- दस जून की रात (पेपरबैक | किंडल )
- कैच मी इफ यू कैन (किंडल )
- इनसाइड जॉब (किंडल )
- विनाश काले (अमेज़न)
- प्रतिघात (अमेज़न)
- कमबख्त (अमेज़न)
- मृगतृष्णा (अमेज़न | साहित्य विमर्श )
- चक्रव्यूह (अमेज़न | साहित्य विमर्श )
- कुरुक्षेत्र (अमेज़न | साहित्य विमर्श)