जन्म: 27 नवम्बर 1955 देहरादून
उनका बचपन और युवाअवस्था का शुरुआती वक्त देहरादून उत्तराखंड में ही बीता था।
बाल साहित्य लेखन की शुरुआत अस्सी के दशक में हुई और वे उस वक्त की सब ही प्रमुख बाल पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित भी हुए थे।
उन्होंने सार्वजनिक क्षेत्र की एक बीमा कम्पनी में वरिष्ठ अधिकारी के रूप में दो दशक तक कार्य किया है। मुंबई में रहते हुए वे हिन्दी विज्ञापन लेखन से जुड़े और तीन दशकों से अधिक समय इस क्षेत्र में सक्रिय रह चुके हैं। इन तीस वर्षों से ज्यादा समय में उन्होंने तकरीबन हर विज्ञापन एजेन्सी और हर ब्रांड के लिए हिन्दी विज्ञापन (प्रिंट, रेडियो, टीवी) लेखन किया है। सन 2004 में उन्होंने नौकरी से त्यागपत्र देकर पूरी तरह विज्ञापन लेखन पर अपना ध्यान केन्द्रित कर दिया है।
उन्होंने छुटपुट रूप से धारावाहिक तथा टेलीफिल्म के लिए संवाद लेखन भी किया है। रेडियो के लिए भी उन्होंने अनेक प्रायोजित कार्यक्रम लिखे हैं। रेडियो से 80 से अधिक रचनाएं/नाटक प्रसारित।
पुरस्कार:
कहानी संग्रह ‘कहानी पार्क’ सलिला संस्था द्वारा 2020 में पुरस्कृत
प्रमुख कृतियाँ:
बाल उपन्यास:
- भोला की भोलागिरी (मातृभूमि)
बाल कथा संग्रह: