सीक्रेट सेवेन आगे बढ़ो – एनिड ब्लाइटन

किताब 26 जनवरी 2020 को पढ़ी गयी

संस्करण विवरण:
फॉर्मेट: पेपरबैक | पृष्ठ संख्या: 134 | प्रकाशक: मंजुल प्रकाशन | अनुवाद: डॉ सुधीर दीक्षित , रजनी दीक्षित

सीक्रेट सेवेन आगे बढ़ो - एनिड ब्लाइटन
सीक्रेट सेवेन आगे बढ़ो – एनिड ब्लाइटन

पहला वाक्य:
पीटर दोपहर को अपना बस्ता झुलाता हुआ स्कूल से घर जा रहा था कि तभी कोई पीछे से दौड़ता हुआ आया और उसने उसे जोर से धक्का दे दिया।

कहानी:
बहुत दिनों से  सीक्रेट सेवेन के पास कोई मामला नहीं आया था। यही कारण था किसीक्रेट सेवेन के सदस्यों को आपस में मिलने का मौक़ा भी नहीं लगा था। ऐसे में जैक की बहन सूजी ने पीटर को जब इस बात का ताना दिया तो पीटर के लिए मीटिंग रखना बहुत आवश्यक हो गया।

जल्द ही मीटिंग हुई और यह निर्धारित हो गया कि भले ही सीक्रेट सेवेन के पास कोई रहस्यमय मामला नहीं था लेकिन वो लोग फिर भी कुछ ऐसी चीजो  का अभ्यास करेंगे जो आगे जाकर उन्हें ऐसे मामलों को सुलझाने में मदद करेंगी।

सभी लोग यानी जेनेट, बार्बरा, पैम, कॉलिन, जैक, जॉर्ज पीटर की इस सलाह को मानने के लिए तैयार थे।

उनमें कोई भी इस बात को नहीं जानता था कि इन अभ्यासी गतिविधियों से न केवल वो अनजाने में एक रहस्यमय मामले तक पहुँच जायेंगे बल्कि उनकी सीक्रेट सेवेन सोसाइटी के एक सदस्य को इस सोसाइटी से अलग भी होना पड़ेगा।

आखिर सीक्रेट सेवेन सोसाइटी ने खुद को किस मामले के बीच पाया? 
सोसाइटी से किस सदस्य को बाहर होना पड़ा? उसे क्यों बाहर होना पड़ा? 
इसका सीक्रेट सेवेन सोसाइटी पर क्या असर पड़ा?

ऐसे ही कई सवालों के दिलचस्प जवाब आपको इस उपन्यास को पढ़कर मिलेंगे।


मुख्य किरदार:
पीटर – सीक्रेट सेवेन सोसाइटी का मुखिया
जेनेट – पीटर की  बहन
स्कैम्पर – पीटर और जेनेट का कुत्ता
जॉर्ज, जैक. कॉलिन, पैम, बार्बरा – सीक्रेट सेवेन सोसाइटी के सदस्य
सूजी – जैक की बहन
जॉन पेस – एक सत्तर वर्षीय बुजुर्ग
टिंकस – जॉन का कुत्ता

मेरे विचार:

सीक्रेट सेवेन आगे बढ़ो एनिड बलाइटन द्वारा लिखित सीक्रेट सेवेन श्रृंखला का पाँचवा भाग है। यह ‘गो अहेड सीक्रेट सेवेन’ का हिन्दी अनुवाद है। इस भाग का अनुवाद भी डॉ सुधीर और रजनी जी ने किया है। अनुवाद बहुत बेहतरीन किया गया है। किताब पढ़ते हुए कभी भी इस बात का अहसास नहीं होता है कि आप एक अनुवाद पढ़ रहे हैं।

उपन्यास की बात करूँ तो उपन्यास सीक्रेट सेवेन के रोमांचक कारनामों की तरह ही मनोरंजक है।

कहानी की शुरुआत पीटर और सूजी के बीच एक छोटी सी लड़ाई से होती है। सूजी ने सीक्रेट सेवेन की नाक में दम किया रहता है और मुझे उसका किरदार रोचक लगता है। बचपन में हमारे कई ऐसे भाई बहन होते हैं जो कि जबरदस्ती हर काम में हमारे साथ रहना चाहते हैं और जब उन्हें हम नहीं रखते तो वो या तो उस काम की बुराई करते हैं या उसमें शामिल होने की कोशिश बढ़ा देते हैं। सूजी मुझे ऐसे ही भाई बहनों की याद दिलाती है। सूजी के कारण जैक की ज़िन्दगी में वैसे ही परेशानी आती रहती है लेकिन इस बार पीटर को भी उसका परेशान करने रोचक था। वहीं जब सूजी की बुराई होती है तो जैक का उसके लिए खड़ा होना भी मुझे अच्छा लगा। खून खून होता है। यही चीज जॉर्ज और उसके पिता के प्रसंग में भी देखने को मिलती है। जॉर्ज भी अपने पिता का समर्थन करता है। तो इस कारण उपन्यास रिश्तों की अहमियत दर्शाता है।

उपन्यास शुरुआत में तो हँसी खेल से होता है लेकिन कैसे यह खेल एक रोमांचकारी मामले में बदल जाता है यह देखना रोचक होता है। वह किस तरह पहले इस निर्णय पर पहुँचते हैं कि कोई रहस्यमय मामला वाकई है और फिर उसके पश्चात किस तरह उस रहस्य को सुलझाते हैं यह देखना रोमांचका है। हाँ, कहानी का रहस्य जो अभी कुछ ज्यादा सरल है थोड़ा और ज्यादा जटिल हो सकता था। थोड़े और घुमाव कहानी में होते तो मजा आता विशेषकर उस युवक को लेकर,जिसने सीक्रेट सेवेन सोसाइटी के नाक में दम किया था, को लेकर कुछ लिखा होता तो बेहतर रहता।

उपन्यास का ज्यादा हिस्सा सोसाइटी के सदस्यों के उन गतिविधियों को दिया गया है जो वो अभ्यास के लिए करते हैं। कोई गहरा मामला है इस बात की जानकारी उन्हें लगभग पचास पृष्ठ गुजरने के बाद ही पता चलती है।  सदस्यों को अभ्यास करते देखना रोचक था। बचपन में हम भी ऐसी ही हरकतें करते थे। और इन्हें करते हुए मजा आता था। यह पढ़ते हुए मैं बचपन की उन्हीं यादों में खो गया था।

उपन्यास के खलनायक की बात करूँ तो वह इतना खौफनाक तो नहीं है लेकिन फिर भी रोचक है। उसके विषय में और जानकारी दी जाती कि वो क्यों वो करने लगा था जो कर रहा था तो बेहतर होता। पिछले उपन्यासों की तरह इस बार सीक्रेट सेवेन के सदस्यों की जान साँसत में इस बार नहीं फंसी थी। उपन्यास जॉन पेस का किरदार ड्राकुला के सेवक इगोर की याद दिलाता है।

इस बार वैसे तो हर उपन्यास की तरह सभी सदस्यों को कुछ न कुछ काम दिए गये थे और वो उन्हें बाखूबी करते भी हैं  लेकिन जेनेट चूँकि एक काम बड़ी खूबी से करती है तो उसका किरदार उभर कर आता है। वह एक तरह से इस कथानक की हीरोइन ही है क्योंकि वो काफी महत्वपूर्ण साबित होती है। पीटर हमेशा की तरह दादागिरी करता दिखता है लेकिन वो ऐसे भाई की तरह है जिसकी दादागिरी सभी इसलिए झेलते हैं क्योंकि उन्हें पता है कि उसके साथ रहने से ही मजा आएगा। वो अगर नहीं होगा तो ये मजा गायब हो जायेगा।

अंत में यही कहूँगा कि सीक्रेट सेवेन के पहले पाँच उपन्यासों की तरह यह उपन्यास भी मुझे बेहद पसंद आया। अगर आपने इस उपन्यास को नहीं पढ़ा है तो एक बार इसे जरूर पढ़ें। निराश नहीं होंगे।

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ⓒ विकास नैनवाल ‘अंजान’




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About विकास नैनवाल 'अंजान'

विकास नैनवाल को अलग अलग तरह के विषयों पर लिखना पसंद है। साहित्य में गहरी रूचि है। एक बुक जर्नल नाम से एक वेब पत्रिका और दुईबात नाम से वह अपनी व्यक्तिगत वेबसाईट का संचालन भी करते हैं।

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