आज का उद्धरण

जीवन में उलझने न आयें, तो जीवित रहने का आनन्द ही खत्म हो जाएगा। दुःख है, दुश्चिन्ताएँ हैं, दरिद्रता और अभाव है, इसलिए तो जीवन अब तक नीरस और अर्थहीन …

आज का उद्धरण Read More