यह अपना देश भी अजीब है कि यहाँ राजनीति विचारों से नहीं पहचानी जाती, बल्कि टोपियों से पहचानी जाती हैं। अधिकतर लोगों के पास तो कोई विचारधारा होती ही नहीं है- केवल टोपियाँ होती हैं। और जिनके पास विचारधारा होती भी है, वे भी टोपियों पर ज्यादा भरोसा करते हैं।
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